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DU SOL NCWEB 5th Semester Hindi GE Chapter 6 विभिन्न प्रयुक्ति क्षेत्रों की परिभाषिक शब्दावली | SOL EXAM STUDY NOTES

  THE LEARNERS COMMUNITY

5th Semester Hindi GE

Chapter 6 विभिन्न प्रयुक्ति क्षेत्रों की परिभाषिक शब्दावली

 

पारिभाषिक शब्द ऐसे शब्दों को कहते हैं जो सामान्य व्यवहार की भाषा के शब्द न होकर भौतिकीरसायनप्राणिविज्ञानदर्शनगणितइंजीनियरीविधिवाणिज्यअर्थशास्त्रमनोविज्ञानभूगोल आदि ज्ञान-विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों के विशिष्ट शब्द होते हैं और जिनकी अर्थ सीमा सुनिश्चित और परिभाषित होती है।

पारिभाषिक शब्दावली से तात्पर्य उन शब्दों से हैजिनका प्रयोग सभी केन्द्रीय व राज्य मंत्रालयोंसरकारी कार्यालयोंस्वायत्त निकायोंसरकारी उपक्रमों आदि में किया जाता है। वैज्ञानिक एवं तकनीकी शब्दावली आयोग द्वारा निर्मित पारिभाषिक अथवा प्रशासनिक शब्दावली में सामान्य शब्दों के अतिरिक्त प्रबन्धलेखावाणिज्यराजस्वविधिसतर्कताराजनीतिसंसदप्रकाशनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी आदि से सम्बन्धित आधारभूत शब्द सम्मिलित हैं।

 

पारिभाषिक शब्दों के प्रकार

1. सामान्य शब्द : सामान्य शब्द वे होते हैं जिन शब्दों में कोई तकनीकी पक्ष समाहित नहीं होता। इनके विषय में कुछ भी स्पष्ट कहने की आवश्यकता नहीं होती। जैसे मीठाकलमठोस
आदि।

2. अर्द्ध पारिभाषिक शब्द वे कहलाते हैं जो सामान्य और पारिभाषिक शब्दों के बीच के शब्द होते हैं। अभिप्राय यह है कि ये शब्द अर्द्ध पारिभाषिक शब्द और सामान्य पारिभाषिक शब्दों के रूप में प्रयुक्त होने वाले होते हैं। इनका प्रयोग सामान्य जीवन व्यवहार में तो होता ही है साथ ही किसी भी विशिष्ट ज्ञान के संदर्भ में भी होता है। इन शब्दों की विशेषता यह होती है कि इनका पारिभाषिक अर्थ व्याख्यालोक प्रयोगअर्थ विस्तारअर्थादेशअर्थ संकोच से सिद्ध होता है। लोक व्यवहार और शास्त्र/विज्ञान विशेष में प्रयुक्त होने के स्तर पर इन शब्दों के रूप में कोई परिवर्तन नहीं होता। ये केवल नया अर्थ लिए होते हैं



जैसे – आवेशभिन्नरससंधिपुष्पहस्ताक्षर आदि। पाठ्यक्रम लेखक ने अर्द्ध पारिभाषिक शब्द के संबंध में यह कहा है, “ऐसे शब्द हैं जो कभी तो पारिभाषिक शब्द के रूप में प्रयुक्त होते हैं और कभी सामान्य रूप में। ऐसे शब्दों को अर्द्ध प्रामाणिक शब्द कहा जाता है। जैसे व्याकरण में क्रिया पारिभाषिक शब्द है। किंतु अन्यत्र इसका सामान्य अर्थ में प्रयोग किया जाता है।” इसी प्रकार अलंकार काव्यशास्त्र में पारिभाषिक शब्द है किंतु सामान्य अर्थ में यह आभूषण के लिए प्रयुक्त किया जाता है।

3. पारिभाषिक शब्द या पूर्ण पारिभाषिक शब्द : पारिभाषिक या पूर्ण पारिभाषिक शब्द वे कहलाते हैं जो ज्ञान व आनंद के साहित्य में टेक्नीकल टर्म के रूप में प्रयोग किए जाते हैं। इन्हें पूर्ण पारिभाषिक शब्द भी कहा जाता है। पाठ्यक्रम लेखक ने पारिभाषिक शब्द को पूर्ण पारिभाषिक शब्द कहा है और इसकी परिभाषा इस प्रकार दी है : “ऐसे शब्द जो पूर्णतः परिभाषा देते हैं। इनका प्रयोग सामान्य अर्थ में नहीं होता। जैसे काव्यशास्त्र में ‘रस निष्पत्ति’ शब्द पूर्णतः पारिभाषिक शब्द है। इसका अर्थ है हृदय में स्थित भावरस के रूप में अनुभूत होते हैं।’ इसका सामान्य अर्थ में प्रयोग नहीं होता। इसी प्रकार भाषाविज्ञान का स्वनिम विशेष अर्थ देता है सामान्य अर्थ नहीं। चिकित्सा के राज्यक्ष्मा और शल्य क्रियान्यायालय के पेशी और जमानतवाण्ज्यि के धारक और प्रीमियम शब्द विशेष अर्थ के बोधक हैं।

 

·      सामान्य व्यवहार साहित्यिक प्रयुक्ति

·      सामाजिक विज्ञानों संबंधी प्रयुक्ति

·      वाणिज्य व्यापार की प्रयुक्ति

·      वैज्ञानिक प्रयुक्ति

·      प्रशासनिक प्रयुक्ति

·      विधिक प्रयुक्ति

·      मीडिया और पत्रकारिता (संचार माध्यमों) से संबंधित प्रयुक्ति

·      विज्ञापनी प्रयुक्ति

·      खेल संबंधी प्रयुक्ति










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