DU SOL NCWEB Administration and Public Policy (प्रशासन और लोकनीति) | Unit 1 #2 लोक प्रशासन और निजी प्रशासन | 1st/2nd/3rd Year and All Semester

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प्रशासन और लोकनीति: अवधारणाएं और सिद्धांत

5th / 6th Semester

Unit - 1       Part - 2

लोक प्रशासन और निजी प्रशासन



लोक प्रशासन जिसका संबंध सरकारी विभाग और सरकारी निगम और सरकारी लेकिन स्वतंत्र निकायों व आयोग से होता है यह राजनीतिक व्यवस्था के द्वारा की जाती है तथा इसमें सरकार का योगदान होता है।


निजी प्रशासन को निजी व्यावसायिक उद्यम के प्रबंधन और संगठन के रूप में परिभाषित किया गया है। यह लाभ कमाने के लिए निजी व्यक्तियों या समूह द्वारा किए जाने वाले एक प्रशासनिक कार्य है। यह एक व्यवसायिक गतिविधि है जो प्रकृति में गैर राजनीतिक है।


कुछ शोधकर्ता बताते हैं कि सार्वजनिक कर्मचारियों को प्रोत्साहन के लिए वित्तीय पुरस्कार कम दिए जाते हैं जबकि निजी क्षेत्र के कर्मचारियों की स्थिति इससे अलग है। शोधकर्ताओं ने बताया कि निजी प्रशासन में कर्मचारियों को अधिक सुविधाएं प्रदान की जाती है।


विभिन्न विद्वानों द्वारा निजी और सार्वजनिक प्रशासन के मध्य अंतर स्पष्ट किए गए हैं जो कि निम्नलिखित है :-


साइमन ने लोक तथा निजी प्रशासन में अंतर मुख्यतः तीन बातों से संबंधित माना है-


1 लोक प्रशासन सरकारी होता है जबकि निजी प्रशासन व्यवसायिक होता है।

2 लोक प्रशासन राजनैतिक होता है जबकि निजी प्रशासन अराजनीतिक होता है।

3 लोक प्रशासन लालफीताशाही से ग्रस्त होता है जबकि निजी प्रशासन उसे मुक्त होता है।


सर जोसिब स्टोन- के अनुसार निम्नलिखित चार मानकों निजी और सार्वजनिक प्रशासन में अंतर स्पष्ट करते हैं-


1 सभी के लिए समान पहुंच लोक प्रशासन में सभी को समान पहुंच मिलती है परंतु निजी प्रशासन में नहीं मिल पाती।


2 वित्तीय नियंत्रण सरकारी तंत्र को वित्तीय नियंत्रण से होकर गुजरना पड़ता है जबकि यह व्यवस्था निजी क्षेत्र में नहीं होती है।


3 उत्तरदायित्व एवं जवाबदेही सार्वजनिक संगठन अपने राजनीतिक विशेषज्ञों के प्रति उत्तरदाई होता है वह उन के माध्यम से व्यक्तियों के प्रति भी उत्तरदाई होता है


4 लाभ का सिद्धांत किसी भी उपकरण के सिद्धांत का लक्ष्य लाभ होता है चाहे वह कम ही हो नीति प्रबंधन के अधिकांश रूप में लक्ष्य का नाही नगर अर्थों में अनुमान लगाया जा सकता है और ना ही बहीखाता  रणनीति द्वारा।


पॉल एच. एपलबी के अनुसार : 

1 लोक प्रशासन राजनीतिक है जबकि निजी प्रशासन राजनीतिक नहीं है जहां पर नीति 93 मुख्यता राजनीति व्यवस्था में होती है।


2 निजी प्रशासन ने लाभ के प्रति संवेदनशीलता को पहचाना जा सकता है परंतु सार्वजनिक प्रशासन में लाभ के प्रति संवेदनशीलता नहीं देखी जा सकती।


3 सम्मान -सार्वजनिक संगठन अधिक सम्मानित होते हैं जबकि निजी संगठन कम सम्मानित होते हैं|


4 सार्वजनिक अवलोकन 993 की गतिविधि को विस्तृत रूप से प्रस्तुत किया जाता है ताकि जनता को भी इसका पता चल सके


5 संरक्षण सरकारी संगठनों में संरक्षण का कार्य अधिक होता है जबकि निजी संगठनों में कम होता है


6 वैध संरचना सार्वजनिक संगठन कुछ नियमों के अंतर्गत कार्य करते हैं जबकि निजी संगठन अपने मर्जी ज्ञापन से कार्य करते हैं|


7 लोक उत्तरदायित्व सार्वजनिक संगठन की पहचान ही लोग उत्तरदायित्व एवं जवाबदेही है। नीति क्रियान्वयन सामान्य तौर पर जनता पर आधारित है हालांकि यह सीधा भी नहीं है किंतु इसमें पहले के द्वारा राजनीतिक मुखिया सभा कानून प्रबंधन भी शामिल है।


8 संगठन का व्यापक क्षेत्र सार्वजनिक संगठन का क्षेत्र बहुत अधिक बड़ा होता है परंतु निजी प्रशासन का क्षेत्र अधिक बढ़ाना होने के कारण जनता निजी प्रशासन पर कम भरोसा करती है।

 

9 सेवाएं सार्वजनिक एवं निजी संगठन दोनों ही सेवा उन मुखी होती है लेकिन सरकार के लिए यह एक कल्याणकारी क्रियाकलाप का भाग है।


10 प्राधिकारी नीति प्रबंधन में उच्च स्तर पर अपरिचित व्यक्ति होता है और उनके इस चरित्र को उजागर नहीं किया जा सकता वास्तव में जो भी वह करता है वह विधानमंडल के लिए करता है ना कि स्वयं के नाम के लिए करता है।



लोक एवं निजी प्रशासन के बीच मुख्य अंतर निम्नलिखित हैं:


  • दोनों ही लाभ की नीति पर आधारित होते हैं इससे पहले यह गैर लाभ पर आधारित है लेकिन बाद में यह लाभ पर आधारित बन गए

  • लोक प्रशासन कानूनी तार्किक व्यवस्था पर आधारित है जिसका अर्थ है कि कानून के आधार पर ही चलता है वहीं दूसरी और निजी प्रशासन इतना अधिक नियमों पर आधारित नहीं होता निजी व्यापार किसी नियम से बंधे नहीं होते लेकिन यह एक लचीला पर्यावरण में कार्य करता है

  • लोक प्रशासन की प्रक्रिया आलोचना व व्यापक प्रचार के लिए खुली होती है।

  • लोक प्रशासन निष्पक्ष रुप से जनता से समझौता करता है और कोई भी पक्षपात आम जनता के साथ नहीं किया जाता यह महसूस किया गया है कि स्थिरता का सिद्धांत होता है लेकिन निजी प्रशासन में खुले तरीके से भेदभाव होता है।

  • लोक प्रशासन अधिक जटिल होता है और सरकार के कार्यक्रमों के निर्णय के लिए जाना जाता है इसकी व्यवस्था में कई राजनीतिक दबाव होते हैं लेकिन निजी प्रशासन अधिक संगठित होता है और संचालन में केवल एक ही व्यक्ति का दिमाग होता है।

  • लोक प्रशासन के ऊपर राष्ट्र निर्माण एवं समाज के भविष्य के प्रति उत्तरदायित्व होता है जो कि अधिक मूल्यवान है

  • लोक प्रशासन की गतिविधि अनिवार्य रूप से संवैधानिक वैधानिक अधिकारी पर आधारित है निजी प्रशासन में अधिक स्वतंत्रता होती है।

  • लोक प्रशासन पर्यावरण में परिवर्तन को धीरे धीरे सम्मिलित करता है क्योंकि इससे साथ कई अधिक मुद्दे व साथ ही साथ जटिल पर्यावरणीय कारक भी जुड़े हुए हैं प्रशासन में तेजी से बदलाव आते हैं

  • लोक प्रशासन बजट पर आधारित होता है


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